
देहरादून को पढ़ाई का गढ़ कहा जाता है लेकिन यहां प्रेमनगर क्षेत्र में हालात ऐसे बनते जा रहे हैं कि यह इलाका शिक्षा से ज्यादा मारपीट और फायरिंग की घटनाओं के लिए सुर्खियों में है। हॉस्टलों में रह रहे कुछ छात्र पढ़ाई से ज्यादा झगड़े और दबदबा दिखाने में लगे हैं। तमंचे के साए में जिंदगी जी रहे इन छात्रों की हरकतें अब पढ़ाई लिखाई से भटक कर अपराध की तरफ बढ़ती दिखाई दे रही हैं।
ताजा मामला 24 अगस्त की सुबह का है जब प्रेमनगर क्षेत्र के एक निजी ब्वॉयज हॉस्टल के बाहर गोलियां चलीं। आरोप है कि कुछ छात्रों ने वहां तीन राउंड फायरिंग की। उस वक्त हॉस्टल में करीब 20 छात्र मौजूद थे जो बड़ी अनहोनी से बच गए। फायरिंग की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची लेकिन आरोपी तब तक फरार हो चुके थे। हॉस्टल संचालक साहिल ग्रेवाल की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया और जांच शुरू की।
पिछले एक साल में प्रेमनगर इलाके में इस तरह की कई बड़ी घटनाएं हो चुकी हैं। कभी दो गुटों में टकराव के बाद सड़क पर गोलियां चलीं तो कभी गर्लफ्रेंड और कैंटीन के झगड़े में फायरिंग हो गई। अप्रैल में तो एक छात्र की जान सिर्फ दिखावा करने के चक्कर में चली गई जब उसने दोस्त के साथ पिस्तौल से खेलते हुए अपनी जिंदगी गंवा दी।
24 अगस्त की फायरिंग के बाद पुलिस ने मामले को गंभीरता से लिया। एसएसपी अजय सिंह ने आरोपियों की गिरफ्तारी के आदेश दिए और चार टीमों का गठन हुआ। सीसीटीवी फुटेज खंगालने और पूछताछ के बाद पुलिस के हाथ दो छात्रों के नाम लगे। दबिश दी गई तो दोनों घर से गायब मिले और मोबाइल फोन भी बंद थे।
पुलिस ने लगातार दबिश देकर आखिरकार एक आरोपी छात्र वेद भारद्वाज को फन एंड फूड मार्ग से पकड़ लिया। उसके पास से तमंचा और कारतूस भी बरामद हुआ। पुलिस के अनुसार वेद भारद्वाज प्रेमनगर की एक यूनिवर्सिटी में बी फार्मा तृतीय वर्ष का छात्र है। पूछताछ में उसने माना कि यूनिवर्सिटी में दो गुट बने हुए हैं और गर्मियों की छुट्टियों से पहले वर्चस्व को लेकर झगड़ा हुआ था। नए सत्र की शुरुआत के बाद दोनों पक्षों में तनातनी और बढ़ गई। इसी रंजिश में उसने विरोधी गुट को डराने के लिए हॉस्टल के बाहर गोलियां चलाईं।
पुलिस का कहना है कि घटना में शामिल दूसरा छात्र सहारनपुर का रहने वाला है जिसकी तलाश अब भी जारी है। प्रेमनगर थाना प्रभारी कुंदन राम के मुताबिक सीसीटीवी फुटेज में दोनों आरोपी फायरिंग करते हुए साफ दिखाई दिए हैं। गिरफ्तार छात्र से पूछताछ में अन्य नाम भी सामने आए हैं जिनकी धरपकड़ के लिए दबिश दी जा रही है।
इस पूरे घटनाक्रम ने फिर सवाल खड़ा कर दिया है कि पढ़ाई के लिए देशभर से आने वाले छात्रों का भविष्य ऐसे माहौल में किस ओर जा रहा है। शिक्षा का हब कहे जाने वाले देहरादून की छवि अब बिगड़ैल छात्रों की करतूतों से धूमिल होती जा रही है।